Browningieae (Buxb. 1966) शाखाओं से युक्त स्तंभाकार, समय के साथ पेड़ या झाड़ी का रूप ले सकते हैं। स्पष्ट पसलियाँ और मजबूत काँटे। मध्यम से बड़े आकार के फूल रात में खिलते हैं। मांसल खाने योग्य फल। खुरदुरे दिखने वाले बीज। शब्दोत्पत्ति: ब्राउनिंगिया जैसी दिखने वाली पौधों की जनजाति।मूल स्थान: एंडीज और गैलापागोस द्वीप समूह।
Cacteae (Rchb. 1832) प्रारंभ में पौधे गोलाकार होते हैं, हालांकि वर्षों बाद अक्सर अर्ध-स्तंभनुमा आकार प्राप्त कर लेते हैं। ल्यूक्टेनबर्गिया जैसी कुछ विचित्र आकृतियों वाली प्रजातियाँ भी मौजूद हैं। इनके आकार बहुत छोटे से लेकर कुछ मीटर तक भिन्न हो सकते हैं। दिन में खिलने वाले फूल, खाने योग्य फल, जो कई मामलों में मांसल होते हैं लेकिन हमेशा नहीं। शब्दोत्पत्ति: यह नाम इस तथ्य का संदर्भ देता है कि यह कैक्टेसी (Cactaceae) परिवार की प्रकार जनजाति है।मूल स्थान: उत्तरी दक्षिण अमेरिका से लेकर दक्षिणी उत्तरी अमेरिका तक। अधिकांश प्रजातियाँ मेक्सिको या उसके आसपास के क्षेत्रों में पाई जाती हैं।
Cereeae (Salm-Dyck 1840) इस जनजाति का प्रारूपिक वंश सेरियस (पी. मिलर १७५४) है। इसमें बड़े स्तंभीय पौधे शामिल हैं, जिनमें स्पष्ट रूप से परिभाषित पसलियाँ, बड़े रात्रि-खिलने वाले फूल (आमतौर पर हल्के रंग के) तथा विशाल, मांसल, मीठे और खाने योग्य फल होते हैं। शब्दोत्पत्ति: पौधों का वह समूह जो सेरियस जैसा दिखता हैमूल स्थान: ब्राज़ील, उरुग्वे और अर्जेंटीना मुख्य रूप से।
Hylocereeae (Engelm. 1858) पौधे आमतौर पर लता या लटकने वाले स्वभाव के होते हैं, जिनमें जोड़दार या चपटे या कोणीय आकार के तने होते हैं और जिनमें पसलियाँ या पंख होते हैं। छोटे काँटे या बिना काँटे वाले। फूल बड़े, एकल, लगभग हमेशा रात में खिलने वाले होते हैं, जिनमें लंबी पेरिगोनियल नली होती है। फल एक मांसल बेरी होता है, जो अक्सर खाने योग्य होता है, जिसमें कई छोटे, काले और चमकदार बीज होते हैं। शब्दोत्पत्ति: हाइलोसेरेस जैसी दिखने वाली पौधों की जनजातिमूल स्थान: मुख्य रूप से उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय अमेरिका में, उस क्षेत्र से बाहर कुछ अलग-थलग प्रतिनिधि।
Notocacteae (Buxb. 1958) शब्दोत्पत्ति: पौधों का वह समूह जो नोटोकैक्टस (अब पैरोडिया) से मिलता-जुलता है