Dinteranthus vanzylii ((L.Bolus)Schwantes 1951) यह पौधा बेहद मांसल पत्तियों के जोड़े से बना है, जो आधार पर जुड़े होते हैं, जिससे पौधे को गोलाकार आकार और धूसर-हरे रंग के धब्बेदार स्वरूप प्राप्त होते हैं, जो इसे जमीन के साथ छलावरण करने में सक्षम बनाते हैं। यह वसंत ऋतु में दिन के समय पीले फूल उत्पन्न करता है। यह अच्छी जल निकासी वाली, शुष्क और पथरीली मिट्टी में उगता है और कम वर्षा को सहन कर सकता है। इसकी धीमी वृद्धि और पत्तियों की व्यवस्था इसे पानी संरक्षित करने और अपने रेगिस्तानी आवास की तीव्र गर्मी को सहन करने में सक्षम बनाती है। शब्दोत्पत्ति: गर्ट एच. वैन जिजिल के सम्मान में।मूल स्थान: दक्षिण अफ्रीका, उत्तरी केप प्रांत।